Nandita the super scientists - Superwoman Nandita Fiction stories in hindi
Nandita the super scientist Logline -
दो वैज्ञानिक सुरेश और रमेश एग सेल प्रयोग असफल होने से दूसरी आकाशगंगा में जाकर मदद प्राप्त करके एग सेल से नए जीव बनाने में सफल हो जाते हैं ।
Nandita the super scientists - Story Part 1
Nandita the super scientist Part 1 - Fiction stories in hindi
कहानी का प्रारंभ भारत देश के मध्यप्रदेश में स्थित अज्ञात टापू के जंगलों के मध्य में बसे हुए गुप्त स्थान से होता हैं । अज्ञात टापू पर कमल और सुर्यफुल के मिश्रण से बने सुर्यकमल पर सुर्य की किरणे गिरने से वे फूल सुर्य के समान प्रकाशमान हो जाते हैं जिससे कुछ वैज्ञानिक टापू को सुर्यटापू नाम देते हैं ।
सुर्यटापू के मध्य में बहुत बडा क्षेत्र हैं जिसे वैज्ञानिक सुर्यक्षेत्र नाम देने के बाद गुप्त रूप से बहुत बडी Science Laboratory बना देते हैं । Cosmic नाम की Science Lab में डॉ.रमेश और डॉ.सुरेश आवश्यक Experiment पर कार्य करते हैं । दोनों young scientists जीवों के मिश्रण से नया शक्तीशाली जीव बनाने के लिए कई महिनों से कार्य कर रहे हैं ।
उन्हीं में से एक प्रयोग हैं special egg cell । इन एग सेल्स को super scientists Nandita ने खोज लिया । सुर्यकमल नामक फुल से निकला द्रव्य सुर्यकिरणों की सहायता से मिश्रित जीवों को उत्पन्न कर रहा था जिसे डॉ.नंदिता खोज लेती हैं । इसके दो यंग वैज्ञानिक एग सेल्स को बार बार combine fuse करने लगे फिर भी असफलता हाँथ लगी ।
दोनों वैज्ञानिकों को अचानक 4 महिने पहले बनाई गई टेलिपोर्टेशन मशीन याद आ जाती हैं और किसी अन्य से मदद माँगने का सुझाव ध्यान में आता हैं । दोनों बिना देरी किए teleportation machine में बैठ जाते हैं । मशीन के शुरु होते हीं दोनों वैज्ञानिक कुछ हीं पलों में Solarium नाम की Galaxy में प्रवेश करते हैं ।
Solarium Galaxy में लगभग सभी ग्रहों को विकसित किया जाता हैं । मुख्य ग्रहों की टेक्नोलॉजी अधिक हायटेक हैं जिसे समझना सामान्य मानव के वश में नहीं । डॉ. रमेश और डॉ. सुरेश जिस Galaxy से आए हैं उस्से 10 गुना विशाल और चमकिली Solarium Galaxy हैं । इस आकाशगंगा के चारों ओर ऐसा आवरण हैं जो होने वाले टकराव को रोकता हैं । किंतु यह आकाशगंगा, मिल्की वे आकाशगंगा से तंतूकणिका द्वारा जुडी हुई हैं ।
Solarium Galaxy के अंदर उत्तर ध्रुव की ओर Galaxy Head Mr. Magnum रहते हैं । Mr. Magnum का Planet एक प्रकाश वर्ष व्यास का हैं जिसे जानने पर दोनों वैज्ञानिकों को विश्वास नहीं हो रहा था । उनके समक्ष प्रणाम रखने से सत्य को जान पाते हैं और क्षमा माँगते हैं ।
Mr. Magnum की प्रजाती मूलरूप से नीलेहरे रंग की हैं जिन्की लंबाई 10 feet हैं और साथ हीं चार हाँथ दो नेत्र हैं । 10 feet के Mr. Magnum ने दोनों वैज्ञानिकों का अभिवादन कर lab में प्रवेश कराया और आने का कारण पुछने लगे ।
इस दौरान Solarium Galaxy के लोगों की बातें समझने हेतु दोनों वैज्ञानिक आधुनिक Universal Translater का उपयोग करते हैं । इस कारण अन्य मानवीय प्राणीयों की बातें समझने में आना शुरु हो जाती हैं और अपने कार्य की बात को आगे बढाते हैं ।
डॉ. सुरेश हाथ आगे बढाते हुए कहता हैं, ' हेलो Mr. Magnum, कैसे हैं आप '
Magnum थोडा गंभीर होकर कहता हैं, ' वेलकम डॉ. सुरेश और डॉ. रमेश, आप दोनों की क्षमता, बुद्धी को जानने के बाद हीं बुलाया हैं, तो बताए कैसे आना हुआ और क्या काम हैं ? ' । तब Magnum के शरीर से नीले रंग का Aura बाहर निकलकर दोनों को थोडा नुकसान पहूँचाती हैं । इस कारण Magnum अपने aura को नियंत्रण करके घावों को ठिक करता हैं ।
सुरेश कहता हैं, ' Mr. Magnum हमें आपकी सहायता चाहिए एक अनोखे जीव को निर्माण करने के लिए, हम स्पेशल एग सेल्स के संयोग से Extra Ordinary Super Child को बना रहे थे कई प्रयास करने के बाद भी सफलता प्राप्त नहीं हुई ' ।
Magnum कहते हैं, ' आप जो Super Child एग सेल्स द्वारा बना रहे हैं उस्से कोई बडा खतरा तो नहीं होगा ? क्योंकी ऐसे प्रयोगों से कई बार हानी हो चुकी हैं, जो हम नहीं चाहते ' ।
डॉ. रमेश कहते हैं, ' ऐसा कुछ नहीं होगा, हम कोई भी खतरनाक चीज नहीं बना रहे हैं । '
Magnum टेढी नजर से कहते हैं, ' आप Super Child को किस लिए बनाना चाहते हैं और आप क्या करवाना चाहते हो ? ' कहीं आगे चलकर यह सुपर चाइल्ड Super Villain तो नहीं बन जाएगा, पता नहीं ? '
सुरेश कहता हैं, ' don't worry Sir, Super चाइल्ड हमारी आकाशगंगा के अलावा किसी अन्य गैलेक्सी में कोई हस्तक्षेप नहीं कर पाएगा, हम उसके लिए limit को सेट कर देंगे जिस्से इस आकाशगंगा के बाहर नहीं जा पाएगा । हम इस बालक को Galaxy के लोगों की सुरक्षा के बनाना चाहते हैं । '
इन मिठी बातों को सुनकर Mr. Magnum थोडा प्रसन्न होकर सुरेश से कहते हैं, ' डॉ. सुरेश मैं आपकी बातों से आकर्षित हुआ हूँ, इस इंवेंशन में आपकी सहायता करूँगा, जो भी टेक्नोलॉजी चाहिए हम देंगे, आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं । आप दोनों मेरे साथ आ जाओ । '
Mr. Magnum एक wave छोडकर Advance Anti Gravity Disc को बुलाते हैं । इस डिस्क को Antigravisc कहते हैं जिसपर वे खडे रहते हैं । वह डिस्क उन्हें एक Underpass Section में ले जाती हैं । तीनों उतरने के बाद अंडरपास डुअर के पास आ जाते हैं, वहाँ की मशीन दोनों के आँखों की रेटिना स्कैन करती हैं । जैसे हीं scanning light द्वारा eye scanning पूरी हो जाती हैं तब दरवाजा अपने आप खुल जाता हैं ।
Mr. Magnum कहते हैं, ' यह एक Pocket रुम हैं बाहर से छोटा अंदर से बडा हैं । ' Magnum दोनों को लेकर अंदर जाते हैं, जहाँ का दृश्य एक विशाल ऑडिटोरीयम हॉल जैसा हैं जिसे देख चकित रह जाते हैं और आगे बढकर कई सारी Advance Capsule देखते हैं जिंके भीतर combine fusion से बने अनेको प्रकार के जीव हैं जिन्हें कभी देखा नहीं गया ।
Biological Experiment चल रहे इस हॉल में जीवों को देखने के बाद रमेश कहता हैं, ' अखिर इन जीवों को capsule में क्यूँ बंद करके रखा गया हैं, क्या कारण हो सकता हैं, बताएँगे ? '
Mr. Magnum हँसकर कहते हैं, ' आप दोनों नहीं समझ पाएँगे, क्योंकी आपकी galaxy हमारी galaxy जितनी विकसित नहीं हुई हैं, अगर जबरन ऐसा प्रयत्न किया गया तो उल्टा प्रभाव पड जाएगा जिसका परिणाम सोच भी नहीं सकते । आप ऐसा समझ जाए की, जीवों की निर्माण ऊर्जा का संयोग करके नए शक्तीशाली जीव बनाते हैं जो सामान्य मानव से हजार गुना शक्तीशाली हैं । '
' हम दूसरे ग्रहों को विकसित बनाने के लिए इन जीवों को उनके वातावरण अनुसार ढाल लेते हैं और देखते देखते ग्रह विकसित हो जाता हैं जीवों की संख्या भी बढ जाती हैं । ऐसा करने से उन ग्रहों पर नए जीव पनपते हैं जिंके DNA हम अपने पास अगले प्रयोगों के लिए बचाए रखते हैं । '
Mr. Magnum द्वारा समझाई बातों को ध्यान रखते हुए दोनों वैज्ञानिक बताए स्थान Red Egg Cell के पास पहूँच जाते हैं । वह Red Egg किसी मणी के समान चमक रहा था जिसके चारों ओर से अजीब सी ऊर्जा निकलती आभास हो रहीं थी । तब Mr. Magnum उन्हें कहते हैं ' आप दोनों को कुछ खतरा नहीं हैं, यह egg cell आपके प्रयोगों के लिए आवश्यक भुमिका निभाएँगे । '
' आप अपने DNA को इस egg cell से fuse करके नया शक्तीशाली जीव बना सकते हैं, आपके DNA इसमे होने से गुण भी प्रवेश करेंगे जिस्से यह जीव लाभदायक साबित होगा, मैं आपकी मित्रता और क्षमता को देखते हुए इस egg cell को दे रहा हूँ किंतु ध्यान रहे इन सेल्स को कोई हानी अथवा क्रैक नहीं होनी चाहिए । '
सभी बातों को ध्यान में रखते हुए रमेश 10 egg cells को एक Advance Container में रखता हैं । यह एक ऐसा container हैं जो गिरने पर भी अंदर की वस्तू को क्षती पहूँचने नहीं देता । तबतक सुरेश Mr. Magnum का आभार मानते हुए टेलिपोर्टेशन मशीन को खोलकर अंदर जाता हैं उसके साथ हीं सुरेश भी मशीन में बैठ जाता हैं ।
कुछ हीं पल में टेलिपोर्टेशन मशीन मिल्की वे में स्थित सुर्यटापू के उसी cosmic lab में टेलिपोर्ट हो जाते हैं । सुरेश और रमेश दोनों मिलकर अपने fusion creature experiment को लगने वाली वस्तूओं का सेटअप बनाकर रखते हैं । बडी मेहनत से दोनों ने अपने प्रयोग को पुन्हा शुरु किया । जिस्से सफलता मिलने के chances बढ गए ।
रमेश 8 egg cells को container में रखकर गुप्त स्थान पर छुपाता हैं और 2 egg cells को प्रयोग हेतु चुनते हैं । एक egg cell में रमेश अपना DNA fuse करके Egg बना लेता हैं और दूसरे egg cell में सुरेश अपने DNA को मिलाकर egg बना देता हैं । कुछ देर बाद उन्हें सफलता मिलती हैं दोनों eggs में कंपन होने से eggs पूरी तरह से डार्क हो जाते हैं ।
अपना प्रयोग सफल होता देख दोनों खुश होही रहे थे की किसी ने lab पर हमला कर दिया जिससे चारों ओर धुँआ फैल जाता हैं इसी का फायदा उठाकर रमेश द्वारा बनाए egg को चुराया जाता हैं जब्की सुरेश अपने egg को बचा में सफल हो जाता हैं फिर भी egg में क्रैक आ जाता हैं । अपनी आँखों के समक्ष हुए ऐसी घटना से दुखी होकर सुरेश वहीं पर बैठ जाता हैं और कर भी क्या सकता था ?
इस दुखद घटना के 23 वर्ष बाद Mr. Mohan उसका बेटा अक्षय अपने साथीयों की मदद से बहुत हीं गुप्त Darkwer नाम की Lab बनाते हैं । उसी lab में कई प्रकार के वायरस बनाकर दुनिया में भेज दिए जाते हैं लेकीन नंदा नाम की super scientist उन्का Antidode बनाकर लोगों की जान बचाती हैं ।
उसी lab में एक Advance A.I Computer screen हैं जिस्के समक्ष बाप मोहन जोर जोर से हँसते हुए अपने बेटे अक्षय को कहता हैं, ' हमारे बहुत बडे कार्य को मार्ग मिल चुका हैं, बस कुछ महिने बाद सबकुछ हमारी मुठ्ठी में होगा और हम नीरज की शक्तीयों का उपयोग करके पूरी दुनिया पर राज करेंगे।
तब पास में हीं खडा सलाहाकार जतिन कहता हैं, ' बॉस, अभी तक हम जैसा चाह रहे हैं वैसा हीं हो रहा हैं सफलता मिलती दिख रहीं हैं किंतु हमेशा रास्ते में एक रुकावट हैं जिससे हमारा मिशन रुका हुआ हैं ।'
मोहन कहता हैं, ' कैसी रुकावट जल्दी बोलो जतिन '
जतिन कहता हैं, ' नंदिनी नाम की वैज्ञानिक हमारे द्वारा बनाए वायरस का एंटिडोट बनाकर सबको बचाती हैं, क्या करें कुछ समझ नहीं आता ? '
Boss मोहन गुस्से से बोलता हैं, ' यह असंभव हैं, उसका सामना करने की क्षमता केवल नंदिता में हैं और नीरज की शक्तीयों के सामने वह टिक भी नहीं सकती । नीरज कोई साधारण व्यक्ती नहीं हैं ।'
जतिन बोलता हैं, ' पर Boss नंदिनी ऐसे एंटिडोट बना रहीं हैं जैसे कोई साधारण दवा हो और हमारे बायोकेमिकल वायरस अधिक समय तक नहीं टिक पाते, फिर हम क्या करें, आप हीं बताओ । '
मोहन बॉस घूरते हुए कहता हैं, ' उस नंदिनी का नाम फिर्से मेरे सामने मत लेना, जितना जल्दी हो सके उतनी जल्दी समाप्त करो । '
जतिन जल्दी में पानी पीने के बाद कहता हैं, ' बॉस हमें तो नंदिता की वास्तविकता पता नहीं, स्वयं का मुख किसी कपडे से ढककर मिटिंग में आती हैं और कहाँ जाती हैं पता भी नहीं चलता फिर मारना तो दूर की बात हैं । '
बॉस मोहन कहता हैं, ' नंदिता को मारने की जिम्मेदारी तुम्हारी हैं जतिन जो कुछ करना सोच समझकर करना, तुम्हें हथियार मैं दूँगा और तुम वसंत जल्दी जाकर नंदिनी को लेकर आओ । '
बेटा अक्षय कहता हैं, ' पिताजी मेरी नंदिनी को कोई हानी मत पहूँचाना, मैं उससे प्यार करता हूँ और जल्दी हीं शादी भी करूँगा । '
बॉस मोहन अपने बेटे अक्षय से कहता हैं, ' मेरे बेटे मुझे पता हैं तुम नंदिनी से प्यार करते हो लेकीन नंदिनी तुम्हारी तरह जेनेटिक नहीं हैं उसे किसी खास मिशन के लिए बनाया गया हैं । और सुरेश कुमार ने एक नहीं दो egg cells बनाए जिसके चलते नंदिनी, नीरज के समान शक्तीशाली हो जाती और दोनों मिलकर मेरे मिशन को पूरा करने में सहायता करते, खैर कर भी क्या सकते हैं ? '
" मेरे बेटे अक्षय उन egg cells की मदद से नंदिनी के cells बदलकर उसे दिमागी और शारिरीक रूप से ठिक कर देता, मगर मेरे पास egg cells तो नहीं हैं।"
अक्षय खुश होते बोलता हैं, ' फिर नंदिनी हमेशा के लिए मेरी हो जाएगी और बाद में शादी ' ऐसा कहने के बाद अक्षय अपने रुम में जाने लगता हैं ।
तब उसी computer screen के पास बैठा हुआ मोहन मन हीं मन कहता हैं, " नहीं मेरे लाडले भोले भाले बेटे नंदिनी में मौजुद egg cells को एब्जॉर्ब करके मैं उसकी शक्तीयाँ प्राप्त करूँगा बाद में उसी शक्ती का उपयोग करके Solarium Galaxy के रहस्य जान जाऊँगा फिर उसी की सहायता से अधिक शक्तीशाली बन जाऊँगा फिर मुझे कोई भी रोक नहीं सकता, कोई भी नहीं "
इसके बाद बॉस मोहन शातिराना रूप से हँसने लगता हैं जिसे जतिन भी समझ नहीं पाता
Nandita the super scientist Part 1 यहीं समाप्त हो जाता हैं ।
अगर आपको मेरे द्वारा बनाई Nandita the super scientist part 1 fiction story पसंद आए तो अवश्य शेअर करें, धन्यवाद
0 Comments